5th day of navratri 2023: नवरात्र, हिन्दू धर्म में मां दुर्गा की आराधना का अद्वितीय उत्सव है, जिसमें भगवान राम की भक्ति और ध्यान के माध्यम से मां दुर्गा की पूजा की जाती है। नवरात्र का पांचवा दिन, जिसे हम स्कंदमाता के नाम से जानते हैं, इस महोत्सव का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दिन का अद्वितीय महत्व और मां स्कंदमाता की पूजा विधि, मंत्र और भोग हम इस लेख में जानेंगे।
![5th day of navratri 2023: नवरात्र के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की कृपा पाने के लिए जानिए कथा, पूजा विधि, मंत्र और भोग 5th day of navratri 2023](https://tajanews24.in/wp-content/uploads/2023/10/5th-day-of-navratri-2023.png)
नवरात्र के पांचवें दिन का महत्व (Importance of 5th day of navratri 2023)
नवरात्र के पांचवें दिन (5th day of navratri 2023) को स्कंदमाता जयंती के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन माँ स्कंदमाता की पूजा की जाती है। मां स्कंदमाता को प्रेम और वात्सल्य की देवी कहा जाता है। मान्यता के मुताबिक स्कंदमाता की आराधना करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और घर में सुख, शांति, व समृद्धि का वास होता है
नवरात्र के पांचवें दिन (5th day of navratri 2023) का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। मां स्कंदमाता को ‘स्कंद’ का माता कहा जाता है, और वह भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की मां हैं। इसके अलावा, मां स्कंदमाता को सिंहरूपी चीरसुखधारिणी के रूप में भी जाना जाता है, और वह मां दुर्गा के पांच रूपों में से एक हैं।
देवी स्कंदमाता का स्वरूप
देवी पुराण में कहा गया है कि देवी स्कंदमाता की चार भुजाएं हैं और वे सिंह पर सवार है। उनके दाहिने हाथ में स्कंद अर्थात कार्तिकेय और कमल का फूल सुशोभित है। और बाएं हाथ में वरदमुद्रा और कमल का फूल है। वे कमल के आसन पर विराजमान है, इसीलिए इसे पद्मासन भी कहा जाता है।
स्कंदमाता की पूजा कैसे करें? (5th day of navratri 2023 Skandamata pooja vidhi)
आप स्कंदमाता माता की पूजा निम्नलिखित विधि से कर सकते हैं:
- सबसे पहले चौकी (बाजोट) पर स्कंदमाता की प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें।
- इसके बाद गंगा जल या गोमूत्र से शुद्धिकरण करें।
- चौकी पर चांदी, तांबे या मिट्टी के घड़े में जल भरकर उस पर कलश रखें।
- उसी चौकी पर श्रीगणेश, वरुण, नवग्रह, षोडश मातृका (16 देवी), सप्त घृत मातृका (सात सिंदूर की बिंदी लगाएं) की स्थापना करें।
- माँ स्कंदमाता को पुष्प, पत्र, हल्दी, कुमकुम, मिठाई, मेवे, मिश्री, पंचमेवा, सिन्दूर, सुपारी, कपूर, मोली, हल्दी-कुमकुम के साथ प्रसाद (नैवेद्य) अर्पित करें
मां स्कंदमाता की मंत्र (5th day of navratri 2023 Skandamata mantra)
शारदीय नवरात्रि के पांचवें दिन ((5th day of navratri 2023)) माता रानी मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है। स्कंदमाता की पूजा करते समय नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें।
‘या देवी सर्वभूतेषू मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता, ‘नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:’
स्कंदमाता का भोग (5th day of navratri 2023 Skandamata bhog)
आप मां स्कंदमाता को केले का भोग जरूर लगाएं। उन्हें ये भोग बहुत पसंद है साथ ही आप मां को खीर का प्रसाद भी चढ़ा सकते हैं.
मां स्कंदमाता की आरती
जय तेरी हो स्कंदमाता,
पांचवां नाम तुम्हारा आता।
सब के मन की जानन हारी,
जग जननी सब की महतारी।
जय तेरी हो स्कंदमाता
तेरी ज्योत जलाता रहूं मैं,
हर दम तुम्हें ध्याता रहूं मैं।
कई नामों से तुझे पुकारा,
मुझे एक है तेरा सहारा।
जय तेरी हो स्कंदमाता
कहीं पहाड़ों पर है डेरा,
कई शहरो में तेरा बसेरा।
हर मंदिर में तेरे नजारे,
गुण गाए तेरे भक्त प्यारे।
जय तेरी हो स्कंदमाता
भक्ति अपनी मुझे दिला दो,
शक्ति मेरी बिगड़ी बना दो।
इंद्र आदि देवता मिल सारे,
करे पुकार तुम्हारे द्वारे।
जय तेरी हो स्कंदमाता
दुष्ट दैत्य जब चढ़ कर आए,
तुम ही खंडा हाथ उठाएं।
दास को सदा बचाने आईं,
चमन की आस पुराने आई।
जय तेरी हो स्कंदमाता।।
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