घर के इन कोने में होता है पितरों का वास, उन्हें इन तरीको से प्रसन्न करें 

पितृ पक्ष की शुरुआत भाद्रपद पूर्णिमा से होती है।

 हमारे पूर्वज इन 16 दिनों को बहुत प्रेम से याद करते हैं।

 ये 16 दिन हमारे पूर्वजों को समर्पित होते हैं।

 इस दौरान श्राद्ध और पिंड धन समारोह किए जाते हैं।

पूर्वज प्रसन्न होते हैं और अपने वंशजों को आशीर्वाद देते हैं।

 श्राद्ध के दौरान दीपक जलाने का विशेष महत्व है।

दक्षिण दिशा की ओर मुख करके दीपक जलाने से पितर प्रसन्न होंगे।

 ईशान कोण में गाय के घी का दीपक जलाने से हमारे पूर्वज प्रसन्न होते हैं।

 पीपल के पेड़ के नीचे दीपक जलाकर पितर प्रसन्न होते हैं।

 शाम के समय रसोई में पानी की जगह दीपक जलाना एक अच्छा शगुन माना जाता है।

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