यह है अकेला शक्तिपीठ जहां बिराजते है शिव पार्वती एक साथ
यह है अकेला शक्तिपीठ जहां बिराजते है शिव पार्वती एक साथ
झारखंड के छोटे से शहर देवघर (बाबा वैद्यनाथ धाम) में 51 शक्तिपीठों में से एक जयदुर्गा शक्तिपीठ स्थित है
झारखंड के छोटे से शहर देवघर (बाबा वैद्यनाथ धाम) में 51
शक्तिपीठों में से एक जयदुर्गा शक्तिपीठ स्थित है
यह एकमात्र तीर्थस्थान है जहां ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ एक साथ हैं
यह एकमात्र तीर्थस्थान है जहां ज्योतिर्लिंग और शक्तिपीठ एक साथ हैं
वैद्यनाथ धाम में माता सती का हृदय गिरा था इसलिए
वैद्यनाथ धाम में माता सती का हृदय गिरा था इसलिए
इसे हृदयपीठ और यहीं हृदय का दाह संस्कार होने की वजह से चिताभूमि भी कहते हैं
इसे हृदयपीठ और यहीं हृदय का दाह संस्कार होने की
वजह से चिताभूमि भी कहते हैं
इसी हृदय में 9वें ज्योतिर्लिंग के रूप में शिवलिंग भी स्थापित है
इसी हृदय में 9वें ज्योतिर्लिंग के रूप में शिवलिंग भी स्थापित है
और यही एक अकेला शक्तिपीठ है जहा शिव पार्वती एक साथ बिराजते है
और यही एक अकेला शक्तिपीठ है जहा शिव पार्वती एक साथ बिराजते है
इस मंदिर ने शिव से पहले शक्ति की पूजा होती है
इस मंदिर ने शिव से पहले शक्ति की पूजा होती है
माता सती पर ही ज्योतिर्लिंग स्थापित हैं इसलिए एक ही गर्भगृह में माता सती और शिव की अर्चना की जाती है
माता सती पर ही ज्योतिर्लिंग स्थापित हैं इसलिए एक ही गर्भगृह में माता सत
ी और शिव की अर्चना की जाती है
Jai Durga Shakti Peeth: यहां गिरा था माता सती का हृदय, एकमात्र तीर्थस्थान जहां महादेव और माता सती एक साथ विराजमान है
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माँ के आशीर्वाद के लिए करे उन्हें ऐसे प्रशन्न, होगी सभी मनोकामनाए पूरी