इसरो ने लॉन्च किया आदित्य L1 मिशन,
अब सूर्य के रहस्यों से
भी पर्दा उठेगा
ISRO ने शनिवार को PSLV
C57 के जरिए श्रीहरिकोटा
अंतरिक्ष केंद्र से देश का पहला 'आदित्य एल1' सौर मिशन
लॉन्च किया।
इसरो ने घोषणा की कि आदित्य
एल1 PSLV रॉकेट से अलग हो गया। भारत का यह मिशन सूर्य
के आसपास के रहस्यों पर से
पर्दा उठाने में मदद करेगा।
यह पीएसएलवी की सबसे लंबी उड़ान होगी. आदित्य-एल1 सूर्य का अध्ययन
करने वाला पहला उपग्रह है।
वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी
और सूर्य के बीच पांच
"लैग्रेन्जियन" बिंदु हैं, जिन तक पहुंचने पर वस्तु वहीं रुक
जाती है।
लैग्रेंज बिंदु पर सूर्य और पृथ्वी
के बीच गुरुत्वाकर्षण बल
संतुलित होता है, इसलिए इस
बिंदु पर उपग्रह को रोकना आसान होता है।
सौर मिशन का नाम आदित्य एल-1 रखा गया क्योंकि यह
पृथ्वी से 1.5 मिलियन KM दूर लैग्रेंज 1 (एल1) क्षेत्र में अपना अनुसंधान करेगा।
इसरो ने कहा कि आदित्य-
एल1 के प्रक्षेपण से एल1
बिंदु तक पहुंचने में लगभग
चार महीने लगेंगे।
मिशन के मुख्य कार्यों में पृथ्वी के
निकट अंतरिक्ष मौसम, सूर्य पर
होने वाले भूकंप, सौर हवा की
गर्मी, सूर्य के परिमंडल की गर्मी
और सौर हवा आदि का अध्ययन
करना शामिल है।
अध्ययन के लिए ‘आदित्य-एल1’ उपग्रह अपने साथ
सात वैज्ञानिक उपकरण
लेकर गया है।